5:44 pm - Sunday April 13, 0758

Archive: Poems Subscribe to Poems

मशाल

मशाल – महेन्द्र भटनागर (Mahendra Bhatnagar) बिखर गये हैं जिन्दगी के तार-तार रुद्ध-द्वार, बद्ध हैं चरण खुल...

हम होंगे कामयाब एक दिन

हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब एक दिन हो हो हो मन मे है विश्वास, पूरा है विश्वास हम होंगे कामयाब...

सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा

सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा हम बुलबुलें हैं इसकी, यह गुलिसतां हमारा गुरबत में हों अगर...

तुम मुझमें प्रिय! फिर परिचय क्या

तुम मुझमें प्रिय! फिर परिचय क्या – महादेवी वर्मा (Mahadevi Verma) तुम मुझमें प्रिय! फिर परिचय क्या तारक...

इतने ऊँचे उठो

इतने ऊँचे उठो – द्वारिका प्रसाद महेश्वरी (Dwarika Prasad Maheshwari) (Thanks to Yogendra Singh for sending this poem) इतने ऊँचे उठो कि जितना...

वीर तुम बढ़े चलो

बढ़े चलो -द्वारिकाप्रसाद माहेश्वरी वीर तुम बढ़े चलो धीर तुम बढ़े चलो साथ में ध्वजा रहे बाल दल...

बढ़े चलो, बढ़े चलो

बढ़े चलो, बढ़े चलो – सोहन लाल द्विवेदी (Sohan Lal Dwivedi) न हाथ एक शस्त्र हो, न हाथ एक अस्त्र हो, न अन्न वीर...

हिमाद्रि तुंग श्रृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती

हिमाद्रि तुंग श्रृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती – जयशंकर प्रसाद (JaiShankar Prasad) हिमाद्रि तुंग श्रृंग...

दरबारे वतन में जब इक दिन

दरबारे वतन में जब इक दिन – फैज़ अहमद फैज़ (Faiz Ahmed Faiz) दरबारे वतन में जब इक दिन सब जाने वाले जायेंगे कुछ...

मोको कहां ढूढे रे बन्दे

मोको कहां ढूढे रे बन्दे – कबीर (Kabir) मोको कहां ढूढे रे बन्दे मैं तो तेरे पास में ना तीर्थ मे ना मूर्त...