Indian Security Under Yunus Government ; Bangladesh Is Moving To Become Another Pakistan : Hobson Choice , Tough Decisions Must Be Taken : शिशुपाल वध व समुद्र कि रामायण की कथा
वचन बद्ध भगवान् श्री कृष्ष्ण ने शिशुपाल की सौ गलतियाँ माफ़ कर दी थीं . पर अंततः जब उसने एक सौ एक वीं गाली दी दी तो सुदर्शन चक्र चला कर उसको दण्डित किया.भारत को आज इस प्रसंग से शिक्षा लेने की आवश्यकता है . रामायण मैं भी समुद्र कि आराधना असफल होने पर श्री राम की चौपाई है
बिनय न मानत जलधि जड़
गए तीनि दिन बीति।
बोले राम सकोप तब
भय बिनु होइ न प्रीति॥57॥
बांग्ला देश के अनधिकृत शासक प्रोफेसर युनुस और उनकी चंडाल मंडली , मिस्र की अरब स्प्रिंग की तरह ,विदेशी ताकतों की मदद से नौकरियों मैं रिर्जवेशन से उपजे जनाक्रोश को बहुत भड़का कर, छात्र उपद्रव के सहारे, किसी तरह सत्ता मैं आ गयी थी . परन्तु किसी भी इमानदार केयर टेकर सरकार का उद्देश्य चुनाव करवा कर कर जन प्रतिनिधियों को सत्ता सौंप देना होना चाहिए था .परन्तु सत्ता पर काबिज़ जिहादी लोगों ने किसी न किसी बहाने चुनाव टालने की कोशिश और जोड़ तोड़ मैं लगे है . अमरीका के नए राष्ट्रपति ट्रम्प उनके विरुद्ध हें और शेख हसीना अभी भी अपने को प्रधान मंत्री मानती हें .उधर उन्होंने बीएनपी की खालिदा जिया को भी चुनाव से बाहर करने का षड्यंत्र शुरू कर दिया है .
सत्ता के लिए अब उनका भारत विरोध खुल कर सामने आ गया है . वह मोइज़्ज़ू की तरह भारत विरोधी मंच से ही चुनाव जितना चाहते हें . बंगला देश मैं कोई भी संविधान अनुसार स्वतंत्र सरकार बने तो भारत को कोई मुश्किल नहीं है . पर पाकिस्तान की आई एस आई व सेना के साथ वह हवाई जहाज , मिसाइल ,व गोला बारूद खरीद रहे हें . देर सवेर इराक व ईरान कि तरह वह परमाणु बम भी बनाना शुरू कर देंगे . सीमा पर बाढ लगाने को रोक कर वह तस्करी को प्रोत्साहन दे रहे हें . आज ढेर सारा खाद्यान्न व जरूरी सामग्री भारत से स्मग्गल हो रही है . इसके भुगतान के पैसे न पाकिस्तान और न ही बांग्लादेश के पास हें . अंततः पकिस्तान की तरह इसका भुगतान आई एस आई हेरोइन व क्रिस्टल जैसे नशीले पदार्थों से ही करेगी . पंजाब की तरह पूर्वोत्तर राज्य व बंगाल विशेषतः कोल्कता भी नशेड़चियों का शहर बन जाएगा . मार्क्सवादी बंगाल सरकार ने कभी करोड़ों बांग्लादेशियों को दुर्गापुर आसनसोल इत्यादि मैं वोट बैंक के लिए बसाया था . वह सब देशद्रोही मिल कर भारत सरकार को पस्त कर देंगे और वर्तमान सरकार भी पहले की तरह मूक दर्शक ही बनी रहेगी . रोहिंग्याओं कि फौज १९४६ के दंगों की ही तरह समस्त शांतिप्रिय हिन्दुओं को आतंकित कर देगी . अंततः हम एक और परमाणु बम व मिस्साइलों वाले पाकिस्तान के साथ डर से रहने के लिए मजबूर हो जायेंगे .
इसका हमारे सिलिगुरी के २६ किलोमीटर के चिकन नैक कोरिडोर को कौन बचायेगे जबकी चीन दूसरी ओर है . उधर मिजोरम के मुख्य मंत्री अमरीका मैं नए ईसाई देश जिसमे सब जो जाती के लोग इकठ्ठे हों की बात कर आये . हम उन पर किसी देश द्रोह का आरोप भी नहीं लगा पाए . लोगों को शक है कि अमरीका बंगाल खाडी मैं एक नया नौ सेना बेस बना कर भारत को कण्ट्रोल करने के लिए यह सब करवा रहा है . आखरी चाल पूर्वोत्तर को एक अलग ईसाई देश बनाने की है जिसमें उसे जन समर्थन भी मिल जाएगा . पूर्वोत्तर मैं वर्षों से चल रहे मिशनरियों के धर्म परिवर्तन का यह सपना भी पूरा हो जाएगा .
भारत को राष्ट्रपति ट्रम्प के रहते इस समस्या को कठोरता से सुलझाना पडेगा . अगली सरकार फिर से डेमोक्रेट कि हो सकती है जिसमें दीप स्टेट , हिलेरी क्लिंटन इत्यादि प्रमुख होंगे . सी आई ए और वह सब मिल कर फिर किसी युनुस को खडा कर देंगे . बांग्लादेश मैं शांति पूर्ण सत्ता परिवर्तन और चुनाव द्वारा नयी जनतांत्रिक सरकार ही सबसे बेहतर विकल्प है . जिहादियों का उसमें कोई भागीदारी नहीं हो सकती .परन्तु हम बंगला देश को मिसाईल व परमाणु बम से सशक्त हो कर हमें ही लूटने नहीं दे सकते .
इसको रोकने के लिए यदि नयी इंदिरा गाँधी को जन्म लेना पड़े तो भी वह मान्य है