हम तो ठहरे आम आदमी , अर्थ नीति का ज्ञान नहीं है
एक इन्टरनेट पर प्रचलित जन भावनाओं को दर्शाती कविता , लेखक अज्ञात है
“हम तो ठहरे आम आदमी , अर्थ नीति का ज्ञान नहीं ,”
💐
“मिल जाए दो वक्त रोटियां , और अधिक अरमान नहीं……….”
💐
“बंद हुए जो नोट पुराने , थोड़े से घबराये हैं ,”
💐
“माना अच्छे दिन से पहले , कष्ट भरे दिन आये हैं……….”
💐
“लेकिन हमने इन कष्टों में , हल्ला होते देखा हैं ,”
💐
“घोटालों के सरदारों का , धीरज खोते देखा हैं……….”
💐
“जिस पंजे की पांचो उंगली , डूबी भ्रष्टाचारों में ,”
💐
“वो ही आखिर क्यों चीखा है , टीवी में अखबारों में……….”
💐
“देखा है , “पत्थर की देवी” कैसे छाती फाड़े हैं ,”
💐
“देखा है “बंगाली दीदी” किस तरह से दहाड़े हैं……….”
💐
“देखा है “गुलाम” दहशत का , जनहित की करता बातें ,”
💐
“जिनके खुद परिवार में झगड़ा , बाँट रहे हैं सौगातें……….”
💐
“उनको ज्यादा दर्द हुआ है , जिनके ज्यादा पाप रहे ,”
💐
“अरबों-खरबों खूब उड़ाये , घोटालों के बाप रहे……….”
💐
“भली-बुरी इस बंदी में , चलिये इतना तो काम हुआ ,”
💐
“जमाखोर नेताओं का , थोड़ा तो काम तमाम हुआ………”
💐
“लाइन में लगती जनता में ये नारे पुरजोर लगे ,”
💐
“संसद को अवरुद्ध कराते , सारे नेता चोर लगे……….”
💐
“उन चोरों की सरदारिन का , पप्पू भी बौराया है,”
💐
“मोदी जी खुद भ्रष्टाचारी है , ये आरोप लगाया है……..”
💐
“यूं लगता है चोर सुनाये , गीत आज रखवाली का ,”
💐
“गंगा जल को डांट रहा है , कीड़ा गन्दी नाली का……….”
💐
“यूं लगता है त्याग-तपों को , गाली दी अय्याशी ने ,”
💐
“भारत माँ पर कीचड़ फेंका , इटली की महारानी ने………..”
💐
“जिस मोदी की सगी भतीजी , बिन इलाज मर जाती हो ,”
💐
“जिस मोदी की माता खुद , चलकर ऑटो से जाती हो……….”
💐
“जिस मोदी के भाई अब भी , सादा जीवन जीते हों,”
💐
“जिस मोदी के पास नही कुछ , खाते सारे रीते हों……….”
💐
“जो मोदी अवकाश लिए बिन , अपना फर्ज निभाता है,”
💐
“जो मोदी दीवाली भी , सेना के साथ मनाता है……”
💐
“जो मोदी अट्ठारह घंटे , काम धुनी में रहता हो ,”
💐
“जो मोदी हर भाषण में , भारत माँ की जय कहता हो……….”
💐
“वो मोदी हरगिज़ भी पैसा ख़ोर नहीं हो सकता है”
💐
“भारत माँ का सच्चा सेवक , चोर नहीं हो सकता है…..”💐
🙏जय श्री राम्🙏
🇮🇳 जय हिंद 🇮🇳
🇮🇳भारत माता की जय🇮🇳
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“मिल जाए दो वक्त रोटियां , और अधिक अरमान नहीं……….”
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“बंद हुए जो नोट पुराने , थोड़े से घबराये हैं ,”
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“माना अच्छे दिन से पहले , कष्ट भरे दिन आये हैं……….”
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“लेकिन हमने इन कष्टों में , हल्ला होते देखा हैं ,”
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“घोटालों के सरदारों का , धीरज खोते देखा हैं……….”
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“जिस पंजे की पांचो उंगली , डूबी भ्रष्टाचारों में ,”
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“वो ही आखिर क्यों चीखा है , टीवी में अखबारों में……….”
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“देखा है , “पत्थर की देवी” कैसे छाती फाड़े हैं ,”
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“देखा है “बंगाली दीदी” किस तरह से दहाड़े हैं……….”
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“देखा है “गुलाम” दहशत का , जनहित की करता बातें ,”
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“जिनके खुद परिवार में झगड़ा , बाँट रहे हैं सौगातें……….”
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“उनको ज्यादा दर्द हुआ है , जिनके ज्यादा पाप रहे ,”
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“अरबों-खरबों खूब उड़ाये , घोटालों के बाप रहे……….”
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“भली-बुरी इस बंदी में , चलिये इतना तो काम हुआ ,”
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“जमाखोर नेताओं का , थोड़ा तो काम तमाम हुआ………”
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“लाइन में लगती जनता में ये नारे पुरजोर लगे ,”
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“संसद को अवरुद्ध कराते , सारे नेता चोर लगे……….”
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“उन चोरों की सरदारिन का , पप्पू भी बौराया है,”
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“मोदी जी खुद भ्रष्टाचारी है , ये आरोप लगाया है……..”
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“यूं लगता है चोर सुनाये , गीत आज रखवाली का ,”
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“गंगा जल को डांट रहा है , कीड़ा गन्दी नाली का……….”
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“यूं लगता है त्याग-तपों को , गाली दी अय्याशी ने ,”
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“भारत माँ पर कीचड़ फेंका , इटली की महारानी ने………..”
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“जिस मोदी की सगी भतीजी , बिन इलाज मर जाती हो ,”
💐
“जिस मोदी की माता खुद , चलकर ऑटो से जाती हो……….”
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“जिस मोदी के भाई अब भी , सादा जीवन जीते हों,”
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“जिस मोदी के पास नही कुछ , खाते सारे रीते हों……….”
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“जो मोदी अवकाश लिए बिन , अपना फर्ज निभाता है,”
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“जो मोदी दीवाली भी , सेना के साथ मनाता है……”
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“जो मोदी अट्ठारह घंटे , काम धुनी में रहता हो ,”
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“जो मोदी हर भाषण में , भारत माँ की जय कहता हो……….”
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“वो मोदी हरगिज़ भी पैसा ख़ोर नहीं हो सकता है”
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“भारत माँ का सच्चा सेवक , चोर नहीं हो सकता है…..”💐
🙏जय श्री राम्🙏
🇮🇳 जय हिंद 🇮🇳
🇮🇳भारत माता की जय🇮🇳
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