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हम पंछी उन्मुक्त गगन के
हम पंछी उन्मुक्त गगन के
– ShivMangal Singh Suman (शिवमंगल सिंह सुमन)
हम पंछी उन्मुक्त गगन के
पिंजरबद्ध न गा...
तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार
– शिवमंगल सिंह सुमन (Shiv Mangal Singh Suman)
तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार
आज सिन्धु ने विष उगला है
लहरों...
मैं बढ़ा ही जा रहा हूँ
मैं बढ़ा ही जा रहा हूँ
– शिवमंगल सिंह सुमन (Shiv Mangal Singh Suman)
मैं बढ़ा ही जा रहा हूँ, पर तुम्हें भूला...
मापदण्ड बदलो
मापदण्ड बदलो
– दुष्यन्त कुमार (Dushyant Kumar)
मेरी प्रगति या अगति का
यह मापदण्ड बदलो तुम,
जुए के पत्ते...
आग जलनी चाहिए
आग जलनी चाहिए
– दुष्यन्त कुमार (Dushyant Kumar)
हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए
इस हिमालय से कोई गंगा...
एक आशीर्वाद
एक आशीर्वाद
– दुष्यन्त कुमार (Dushyant Kumar)
जा तेरे स्वप्न बड़े हों।
भावना की गोद से उतर कर
जल्द पृथ्वी...
आग जलती रहे
आग जलती रहे
– दुष्यंत कुमार (Dushyant Kumar)
एक तीखी आँच ने
इस जन्म का हर पल छुआ,
आता हुआ दिन छुआ
हाथों...
हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले
– मिर्जा गालिब (Mirza Ghalib)
हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले
बहुत निकले मेरे अरमाँ,...
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी
– Subhadra Kumari Chauhan
सिंहासन हिल उठे राजवंशों ने भृकुटी तानी...
क्योंकि सपना है अभी भी
क्योंकि सपना है अभी भी
– धर्मवीर भारती (Dharamvir Bharti)
…क्योंकि सपना है अभी भी
इसलिए तलवार टूटी अश्व...
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