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Posted by Rajiv Upadhyay · 2 minutes ago
भारत का पाकिस्तान को मुंह तोड़ जबाब : मीडिया की चुप्पी
सूत्रों से समाचार आया है की दो दिन पहले प्रधान मंत्री ने सेनाओं को पाकिस्तान को मुंह तोड़ उत्तर देने की स्वतंत्रता दे दी है . पाकिस्तानी फायरिंग मैं कई नागरिकों के मरने के बाद भारत के सं…यम का बाँध भी टूट गया . वैसे तो यह बाँध बहुत पहले ही टूट जाना चाहिए था पर ‘ अमन का तमाशा ‘ व् ‘मोमबत्ती जलवा लो ‘अभियानों ने देश को हमेशा गुमराह किया है .चिदम्बरम व् मनमोहन सिंह भी एक विचार के थे . ‘साड्डा लाहोर ‘ वाले कुलदीप नय्यर समेत देश को सदा रोके रखते थे . संसद पर हमले के बाद भी वाजपेयी ने भी अंत मैं युद्ध नहीं होने दिया . पाकिस्तान को छोटा होने पर भी डर नहीं हम बड़े हो कर भी सदा डरते रहे . हमारा डर ही पाकिस्तान की ताकत बन गया . अब एक बार भारत ने भी अपने संयम को तोड़ लिया . अब १०५ व् ११५ मिलीमीटर को तोपें , मिसाइल , सारी सीमा पर बरस रहे हैं . ब्रह्मोस मिसाइल भी सीमा पर तैनात कर दिए गए हैं . पश्चिमी समुद्र मैं नौ सेना तैयार है . पहली बार पाकिस्तान को साफ़ संदेश दे दिया गया है की हम शांति पसंद अवश्य हैं पर हमें छेड़ो मत .पाकिस्तान की अस्सी चौकियां ध्वस्त हो गयी हैं और दो सौ के करीब लोग मर गए हैं .हमारा भी कुछ नुक्सान हुआ होगा . पाकिस्तानी सेना मैं मुशर्रफों की कमी नहीं है जो जान बूझ कर कारगिल पर चढ़ जाते हैं चाहे कितना ही खतरा क्यों न हो . पाकिस्तानी किताब ‘ क्रॉस्ड स्वोर्ड्स ‘ मैं खुलासा किया गया था की अयूब ने १९६५ मैं हमला इस लिए किया की उनके जनरलों को विश्वास था की हिन्दू पसलियों पर एक मुक्के मैं धाह जायेंगे . हमें भी समझना होगा की हमारा दर अंततः ज्यादा नुक्सान करता है . अब देखें आगे क्या होता है . उम्मीद है की भारत मैं लाखों पाकिस्तानी जासूस कोई मुंबई काण्ड करेंगे जिसके लिए अल कैदा से पैसा मिल जाएगा . पैसे की कुछ भी करना वर्ग विशेष की खूबी है . अब खुले युद्ध कम होंगे . यह परोक्ष युद्धों का ज़माना है . हमें पाकिस्तान मैं गब्बर की तरह ‘ तुम हमारा एक मारोगे तो हम तुम्हारे तीन मारेंगे ‘ के लिए तैयार रहना होगा . हमारे कानून को भी जल्दी मृत्यु दंड देने के लिए तैयार करना होगा .एक लाख जो भाड़े के जासूस हैं उन्हें तदा की जेल मैं डालने के लिए तैयार रहना होगा . इन सब से जनता को डराया जायेगा . कहा जायेगा की अमन का तमाशा ही ठीक नीति थी . तो भी कश्मीर मैं यह प्रतुयुत्तर आवश्यक था . निम्न लिखित लिंक पर क्लिक कर लेख पढ़ें . http://indianexponent.com/forums/topic/what-mainstream-media-is-not-telling-you-about-indo-pak-conflict-in-j-and-k