गत दशकों में उत्तर भारत श्रावण के प्रारम्भ में कांवड़ यात्रा का प्रचलन बहुत बढ़ गया है. दिल्ली हरद्वार की सड़क पर तो इस समय में चलना मुश्किल हो जाता है. भक्त जन हरिद्वार से गंगा जल लेकर अपने स्थानों के शिव मंदिर पर चढाते हें . इससे पहले बिहार के सुलतान पुर से जल ले कर प्रसिद्द शिव मंदिर में चढ़ाए की परम्परा तो बहुत पुरानी है . तो कौन थे इस पर्व के संस्थापक या किसने पहली कांवड़ यात्रा की . इस बारे में मतैक्य नहीं है . परन्तु निम्न लेख मैं में विभिन्न मतों का सारांश दिया है जिसके अनुसार शायद श्रवण कुमार ही पहले कान्वडीये थे .अपने कंप्यूटर पर लिंक पर क्लिक कर पढ़ें .
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