Should Ratan Tata Be Given Bharat Ratna This Year : क्या रतन टाटा को इस ही वर्ष भारत रत्न दिया जाना चाहिए
भारत रत्न देश का सर्वोच्च सम्मान है . इसको देने से पहले पात्र के चरित्र व उपलब्धियों का कठोर मूल्यांकन होना स्वाभाविक व आवश्यक है .
देश कि कई उपलब्धियों में श्रेष्ठ्तः कि इस दौड़ का माप दंड मैं देश की रक्षा , प्रगति ,सम्मान व अन्तराष्ट्रीय प्रतिष्टा व जनता की भलाई में कोई अद्वितीय योगदान ही प्रमुख होना चाहिए .
भारत मैं अब तक स्वतंत्रता के बाद १९५४ से लोगों या संस्थाओं को भारत रत्न दिया गया है उनकी सूची नीचे दी गयी है .
प्रश्न अब यह है की क्या रतन टाटा इसके अधिकारी हें या नहीं ?
इस माप दंड पर पहले कुछ और विजेताओं को परख लेते हें जिनमें प्रमुख है
१. सचिन तेंदुलकर २. अमरत्य सेन ३. एम् एस सुब्बा लक्ष्मी ४. भूपेन हजारिका ५. नानाजी देशमुख ६. मदर टेरेसा ७ .सत्य जित रे ८. रवि शंकर ( सितार वादक ) ९. भीम सेन जोशी १० लता मंगेशकर ११ . सी सुब्रमण्यम ( पूर्व कृषि मंत्री ) १२. प्रणब मुखर्जी . १३. जे आर डी टाटा
इन तेरह प्रतिष्ठित लोगों का भारतीय जन जीवन मैं निस्संदेह बहुत योगदान है .परन्तु क्या रतन टाटा का योगदान इन के माप दंड पर भारत रत्न योग्य है अथवा नहीं ? दूसरा प्रश्न है कि क्या आज देश में इस पुरस्कार के लिए उनसे अधिक उपयुक्त व योग्य व्यक्ति है .
- टाटा समूह का आज लगभग 65% आय विदेशों से होती है और लगभग ५५ देशों में इसकी उपस्थिति है . जैगुआर लेंड रोवर को इंग्लैंड मैं फोर्ड से खरीद कर एक सफल उद्यम में बदल कर विश्व मैं भारतीय उद्योगपतियों की प्रतीष्ठा बढ़ाई है. इसके बाद टेटली , कोरुस स्टील इत्यादि का अधिग्रहण कर उनको बहुत सफलता से चलाया है . अकेले इंग्लैंड मैं टाटा ग्रुप एक लाख लोगों को नौकरी देता है .
- टाटा समूह आज देश भक्ति व उच्च गुणवत्ता का पर्याय बन गया है . इस ग्रुप ने देश को स्वाबलंबी बनाने मैं बहुत योगदान दिया है , इस के लिए उसने अनेकों नए व बेहद कठिन क्षेत्र मैं काम शुरू कर सफल बना दिया है . रक्षा क्षेत्र इसका प्रमुख उदाहरण है . जहाँ तोपों , हवाई जहाज , बख्तर बंद गाड़ियाँ इत्यादि का उत्पादन देश मैं शुरू कर दिया है . सबसे अधिक प्रशंसनीय इस समूह की देश भक्ति की भावना है जिसके लिए यह राष्ट्र हित मैं कम लाभ वाले कठिन उद्योगों मैं घुसने से नहीं डरता है .कभी कभी इसके लिए उसको नुक्सान भी उठाना पड़ता है जैसे नैनो कार मैं हुआ .
- टाटा समूह आज १०२८००० लोगों को नौकरी देकर देश का सबसे बड़ा औद्योगिक उद्यम है जिसका मार्किट कैपिटल ३०० बिलियन डॉलर है . जब जमशेदजी टाटा ने समूह का नेत्रित्व रतन टाटा को दिया था तब यह मात्र ५ बिलियन डॉलर था .
- टाटा समूह अपनी पारदर्शिता के लिए के लिए देश का सबसे अधिक विश्वसनीय समूह है . इस विश्वास के पीछे रतन टाटा की साफ़ सुथरी छवि है . देश मैं कुछ और समूह भी हें जो बहुत बड़े तो हें परन्तु उनकी इमानदारी व देश भक्ति की भावना इतनी प्रबल नहीं है .
इन सब कारणों को ध्यान मैं रखते हुए भारत सरकार को इस वर्ष रतन टाटा को भारत रत्न से सम्मानित करना चाहिए .