Modi : मोदी तुम मोदी ही रहना , अडवाणी मत बन जाना प्रिये – छद्म धर्मनिरपेक्षवाद का रोग

Gujarat's CM Modi wears traditional Indian turban as he waves to his supporters on second day of his fast in Ahmedabadआदरणीय मोदी जी ,

मुझे आपके बदलते व्यवहार से बहुत चिंता है . ऐसा प्रतीत होता है की प्रधान मंत्री बनने की चाहत मैं, अडवाणी जी की तरह ,छद्म धर्म निरपेक्षता का रोग आपको अभी से लग गया प्रतीत होता  है.

मुझे गर्व था आपको हिन्दू हृदय सम्राट कहने मैं .किसी भी भारतीय की तरह मुझे अपने देश के किसी निर्दोष नागरिकों की हत्या पर अत्यंत क्षोभ था. परन्तु हमारी शांति की संस्कृति की रक्षा सिर्फ शस्त्र से ही हो सकती है. नहीं तो पंजाब से , कश्मीर से , असम से हम सदा निष्कासित ही किये जायेंगे.

मुझे अत्यंत दुःख ,लज्जा व् क्षोभ समेत गर्व था उस गुजरात पर जिसने गोधरा की कोच जलाने वालों को ठीक समय पर वही उत्तर दिया जो उन्हें समझ आता है .हिंसा सर्वथा निंदनीय है .परन्तु  यदि वह उत्तर नहीं उसी समय नहीं दिया जाता तो देश के हर स्टेशन पर गोधरा काण्ड होता क्योंकि ओवैसी सरीखे नेता इसे आदर्श बना लेते . वोट बैंकों पर आश्रित हमारी सरकार व् असहाय व् निष्क्रिय जनता सिर्फ मूक दर्शक बनी घडियाली आंसू बहती रहती जैसा की बरेली व् बंगाल मैं हाल ही मैं हुआ .असली सांप्रदायिक नेता तो वह हैं जो वोटों की खातिर हिदूओं को सिर्फ शान्ति पूर्वक सहने व् जलते रहने की शिक्षा देते हैं या गोधरा काण्ड पर रिटायार्ड जजों से कानूनी लीपा पोती करवाते हैं. शांतिप्रिय हिन्दुओं की रक्षा भी तो सरकार का कर्तव्य है .

मुलायम सिंह ने अयोध्या मैं गोली चलवा दी और सैकड़ों हिन्दुओं को मौत के घाट उतार दिया . बदले मैं मुसलामानों के वह ह्रदय सम्राट बन गए . उन्होंने अपने साथियों के साथ कभी दगा नहीं की . अयोध्या मैं सैकड़ों मारने वालों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की .और तो और देश को उस फिल्म को भी नहीं देखने दिया जिसमें अयोध्या का गोलीकांड दिखाया गया था .उत्तर प्रदेश के मुसलमान केवल निस्सहाय हिन्दुओं पर गोली चलवाने का उन्हें आज भी इनाम दे रहे हैं .

बी जे पी ने इसके विपरीत सत्ता के लिए राम मंदिर को नहीं बनवाया और वह आज भी उसका खामियाजा भुगत रही है .आपको दिग्भ्रमित किया जा रहा है .जिस सच की आप परिभाषा थे उससे हटाया जा रहा है और आपकी लोकप्रियता को कम किया जा रहा है.

कोंग्रेस ने इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद भड़के दंगों के गुनाहगारों को बचा के रखा पर मीडिया चुप रहा .मुलायम सिंह के अयोध्या गोलीकांड पर यह चुप रहा .यह देश का दूर्भाग्य है की विदेशियों के हाथ बिका अंग्रेजी मीडिया ,हाथ धो कर आप के पीछे पड गया है .और तो और , अपने अपार तेल के पैसे की ताकत के बल पर उन्होंने डा सुब्रमनियन स्वामी को हार्वर्ड से निकलवा दिया .

मैं आपकी पीड़ा को समझ सकता हूँ .आपने अकेले जितनी प्रताडना झेली है शायद ही किसी नेता ने कभी झेली हो .परन्तु आपके इस अदम्य साहस ने ही तो आपको देश का सबसे लोकप्रिय नेता बनाया है . यह असीम विपत्तियों को झेल कर, बिना सत्य की राह से डिगे , जीतने का अदम्य साहस ही तो आपकी पहचान है .

क्या हुआ यदि आप दस साल बाद भी प्रधान मंत्री बने ?

क्या हुआ यदि आप प्रधान मंत्री न भी बने ?

एक स्टशन पर चाय बेचने वाले से ईश्वर ने आपको कहाँ पहुंचा दिया !

परन्तु जिन्होंने अपने त्याग व् आपके लिए सीढ़ी बन कर आपको इस मंजिल पर पहुंचाया है उनका साथ छोड़ कर आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं . एक बार आप भी मुलायम सरीखा साहस दिखलाईये और अपने साथ के संघर्ष करने वाले साथियों को बचाइए .

हिन्दू सदा शांति व् न्याय प्रिय होता है . आपका दायित्व गुजरात की जनता के प्रति है .यह देश इस लिए धर्म निरपेक्ष है क्योंकि पाकिस्तान की तरह हिन्दू धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करना चाहता था .परन्तु यही गुण तो उसे अपनी रक्षा करने मैं असमर्थ बना देते हैं . वह क़ानून ,पुलिस व् सेना पर अपनी रक्षा का भार सौंप देता है . जब वोटों की राजनीती मैं पुलिस उसकी रक्षा नहीं करती जैसे बरेली या बंगाल मैं हुआ तो वह अत्यंत दीन हो जाता है . परन्तु देश के हित मैं उसका शांति व् न्याय प्रिय रहना आवश्यक है .देश की अस्सी प्रतिशत जनता का क़ानून पर विश्वास आवश्यक है.

आतंकवाद को गांधीवाद से ख़त्म नहीं किया जा सकता . इसलिए यदि चालीस आटोमेटिक राइफल रखने वाले सोहराब्बुदीन मरते हैं तो उनका मरना ही राष्ट्र हित है . रोनाल्ड रेगन यह साफ़ कह सकते थे . परन्तु वोट बैंकों की राजनीती ने भारत को बर्बाद कर दिया है. अब कोई यह सच नहीं बोल पा रहा की बंगाल व् पंजाब मैं कैसे आतंकवाद को ख़त्म किया गया .

सरकार अकेली न्यायपालिका नहीं है .आप गुजरात असेंबली से यह प्रस्ताव पारित करवाइए.देश आपकी मजबूरी समझ जायेगा.

आप ठीक रास्ते पर हैं पर अब डर कर या लालच से उसे मत छोडीये . देश को अपनी मजबूरियां समझाइये . ठीक से समझ ने पर, गुजरात की तरह, देश भी आपका साथ देगा .अंग्रेजी मीडिया तो सदा से देश द्रोही है ही . पर देश उसकी चिंता नहीं करेगा.

परन्तु अपनी हिन्दुओं व् सब शांति प्रिय प्रजा के रक्षक की भूमिका को पूर्ण रूप से निभाइए .

ईश्वर पर विश्वास मत खोइए .जिसने आपको चाय की दूकान से यहाँ पहुंचा दिया उसके द्वारा रचित भाग्य पर विश्वास करिए. वह आपको इस धर्म रक्षा का अवश्य उचित पारितोषिक देगा . आप निष्काम कर्म ही करते जाईये .

परन्तु सत्ता के व् प्रधान मंत्री की कुर्सी के लोभ मैं राम भक्त से जिन्ना भक्त अडवाणी मत बन जाईये .

आपकी एक गोधरा ट्रेन पीड़ित प्रबल समर्थक.

Filed in: Politics

No comments yet.

Leave a Reply