जागे हैं अब सारे लोग तेरे देख वतन
गूँजे हैं नारों से अब ये ज़मीं और ये गगन
कल तक मैं तन्हा था सूने थे सब रस्ते
कल तक मैं तन्हा था पर अब है साथ मेरे लाखों दिलों की धड़कन
देख वतन
आज़ादी पायेंगे
आज़ादी लायेंगे
आज़ादी छायेगी
आज़ादी आयेगी आयेगी
जागे हैं अब सारे लोग तेरे देख वतन
गूँजे हैं नारों से अब ये ज़मीं और ये गगन
कल तक मैं तन्हा था सूने थे सब रस्ते
कल तक मैं तन्हा था पर अब है साथ मेरे लाखों दिलों की धड़कन
देख वतन
हम चाहें आज़ादी
हम माँगें आज़ादी
आज़ादी छायेगी
आज़ादी आयेगी आयेगी