जनता के उदगार अब निकलने लगे हैं . अब तक छद्म धर्मनिरपेक्षता वालों ने हिन्दू होना एक शर्म का विषय बना दिया था . सिर्फ मुसलमान धर्मनिपेक्ष
था . सिर्फ ईद की शाम को इफ्तार की पार्टी धर्म निरपेक्ष थी . कोई पूछे की पहले राष्ट्रपति भवन पर दीवाली पर रौशनी होती थी वह कहाँ गयी . वह इफ्तार से कैसे कम धर्म निरपेक्ष थी . केवल हिन्दू त्योहारों की छुट्टियां क्यों कम हुयीं जब की मुसलमानों की चार छुट्टियां हो गयीं .जनता ने चुनाव मैं जबाब तो दे दिया पर उसके ह्रदय के अवसाद अब निकल रहे हैं .यह मेल किसने शुरू किया हमें नहीं पता पर लाखों लोगों को गया है जो सिर्फ जनता की भावनाओं को दिखने के लिए प्रकाशित किया जा रहा है .शायद यह शिवानी कपूर का लिखा हुआ है .
” चादर चढ़ाने वाले प्रधानमत्रीँ बहुत आये, अबकि आरती करने वाला कोई आया है ” नरेंद्र मोदी वाराणसी मे गंगा की आरती कर रहे है , आज पुरा विश्व देख रहा है की भारत किसी बाबर के मस्जिद या किसी शाहजहान की मुमताज की कबर का देश नही है , ये हम हिंदुओ के गंगा का देश है ,ये हमारे काशी विश्वेशर का देश है. आज तो गर्व से सीना 56 इंच का हो गया..! पता नहीं कितने साल हो गए हैं… किसी प्रधानमंत्री को हिंदू संस्कृति का इस तरह सम्मान करते हुये नहीं देखा आँखें तरस गई थी हार्दिक आभार मोदीजी का जिन्होंने देशवासियों को घर बैठे गंगा माता की आरती के दर्शन करा दिए….