5:37 pm - Thursday January 22, 1176

भूषण

कवि भूषण की कवितायें
इन्द्र जिमि जृम्भा पर

बाडव सअंभ पर

रावण सदंभ पर

रघुकुल राज है !

पवन बारिबाह पर

संभु रतिनाह पर

ज्यों सहसबाह पर

राम द्विजराज हैं !

दावा दृमदंड पर

चीता मृगझुन्द पर

भूषण वितुण्ड पर

जैसे मृगराज हैं !

तेज तमअंस पर

कन्ह जिमि कंस पर

त्यों म्लेंच्छ बंस पर

शेर शिवराज हैं!!!!!!!!!!!

Filed in: Poems

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