5:37 pm - Wednesday January 22, 0470

चित्रकार तू चित्र बना दे..

चित्रकार तू चित्र बना दे,

उन सैनिक मतवालों का,

मातृभूमि हित बलिवेदी पर

शीश चढाने वालों का,

वीर सुभाष , महाराणा और छत्रपति शिवाजी का,

…झांसीवाली महारानी और चूंडावत छत्रानी का,

जोहर की ज्वाला को जगा दे,

आग लगा दे पानी में,

नूतन शक्ति जोश जगा दे, भारत के दीवानों में |

छोड़ किनारा कूद पड़ो मझधार तुम्हारा डेरा|

खून पसीना बहा के अपना,

ला फिर नया सवेरा |

Filed in: Poems

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