5:32 pm - Monday November 24, 0031

बहुसंख्यक आयोग की भारत सरकार से मांग। : Beware of Pseudo Seculars : Overwhelmed Heroes of Past

बहुसंख्यक आयोग की भारत सरकार से मांग। : Beware of Pseudo Seculars : Overwhelmed Heroes of Past

The forces that converted Indira Gandhi and made her change constitution to insert ‘secularism ‘ and made Advani , a hero of Ayodhya , a zero by making him visit Lahore , are hyper active again . So the conversion of of hero of Gujrat by the international powers is the next agenda . If the report b…elow is true it is am matter of grave concern .
Why Modiji did not attend Dussehra is not known but the great determination , reach and power of pseudo secular forces should not be underestimated .

बहुसंख्यक आयोग की भारत सरकार से मांग।
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बहुसंख्यक आयोग की फैक्ट फाइंडिंग टीम की दादरी काण्ड पर रिपोर्ट।
राहुल यादव जो की हिन्दू परम्पराओ, वेद, पुराण और श्रीमद् भगवद् गीत को मानने वाला एक धार्मिक प्रवति का इंसान है।उसने घर में गौ पाल रखी है, जिसकी सेवा में वो सुबह शाम लगा रहता था, वो गौ को माता का दर्ज देता है।राहुल यादव की गौ के एक बछड़ा हुआ था,जिसको की राहुल यादव बहुत प्यार करता था, वो उसकी भी सेवा दिन रात करता था।बकर ईद से कुछ दिन पहले की बात है, की जब राहुल यादव जहा गौ बंधी होती है वह गौ और बछड़े की सेवा करने गया, तो वहाँ बछड़े को न पाकर उसके होश उड़ गए, बछड़े को वहां से किसी ने अपहरण कर लिया था।राहुल यादव बहुत परेशान हो चूका था। वो गांव में इधर उधर बछड़े को ढूंढने की कोशिश कर रहा था, ताकि उसको कोई सुराग मिल जाये, या किसी ने बछड़े को ले जाते हुए देखा हो।
जब राहुल यादव बछड़े को ढूंढते ढूंढते इखलाक खान के घर के पिछवाड़े पंहुचा तो वहाँ का नज़ारा देख के उसके होश उड़ गए, वहाँ पर उसके प्यारे बछड़े के कान, पैर और शारीर के अंग पड़े थे। जब उसने इखलाक खान के घर में जाकर पूछा तो वहाँ इखलाक खान और उसका बेटा तू तू मैं मैं पर उतर आये। उसी समय इखलाक ने अपने बेटे से कहा जा, जाकर उसका नया तमंचा लेकर आ, उसी समय इखलाक खान का बेटा अंदर से अवैध तमंचा लेकर आ गया, और आते ही राहुल यादव के गोलिया मार दी। जिस से की राहुल यादव गंभीर घायल हो गया और मौत के मुह में जाने लगा। जब राहुल यादव के मित्रों को पता चला की राहुल यादव को गोलिया मारी गयीं है, तो उन्होंने पुरे गांव का समाज इकठा कर लिया और इखलाक के घर की और चल पड़े।भीड़ को आता देख कर उन्होंने फिर अपने तमंचे निकाल लिए ताकि जो समाज के लोग आए हैं उनको भी गोलिओ से मारा जा सके।और फिर अख़लाक़ खान ने वही काम किया और गोलिया चलानी शुरू कर दी।भीड़ उग्र हो गयी, और वह पर मारा मारी शुरू हो गयी। इखलाक की घर की महलाओं से समाज ने कोई बदसलूकी नहीं की।न ही किसी ने हाथ लगाया। इस बीच जब समाज ने इखलाक के घर के अंदर जा कर तलाशी ली तो, उसके फ्रिज में, मास के बड़े बड़े लोथड़े पाए गए, मालूम हो की किसी भी बकरी भेंड़ या छोटे जानवर के मास के टुकड़े छोटे होते है। इखलाक खान को फसने का डर था, इसलिए ही इन लोगो ने राहुल यादव और समाज पर अपने अवैध हत्यारों से गोलिया चलाई।
अब सोचने वाली बात यह भी है की क्या ये लोग आतंकी वारदात करने वाले थे,क्या ये आतंकवादी तो नहीं थे,इनके पास अवैध हत्यार कहा से आये, क्या पाकिस्तान की ISI ने दिए थे?
खैर जब इस बात का पता उत्तर प्रदेश की मुस्लिम परास्त सर्कार को पता चला तो मामले को कुछ और ही रंग देने लगी।और एक साजिश के तहत फोरेंसिक जाँच में गड़बड़ी करवा दी।अखलाक खान के बेटे को उत्तर प्रदेश की मुस्लिम परस्त सर्कार पुर्ण रूप से बचा रही है।राहुल यादव पर और समाज पर गोलिया और कातिलाना हमला करने की कोई भी रपट दर्ज नहीं की गयी।क्योकि गोलिया हिन्दुओ पर चलाई गई थी।
इखलाक खान के परिवार को तो उप.सरकार ने करोड़ पति बना दिया, मगर राहुल यादव के परिवार वालो की सुध लेने संगीत सोम, को छोड़ कर कोई भी नहीं आया।
“अखलाक कहीं आई एस आई इस की एक महत्वपूर्ण कड़ी तो नहीं था जिसकी गौ हत्या करने पर पोल खुल गयी … और एक बहुत बड़ा नेटवर्क टूट गया …!!
आखिर इसकी हत्या होते ही सारे के सारे देशद्रोही टी वी चैनल और सेकुलर गैंग बिलबिला क्यों उठे…
इसपर बहुत गंभीर जाँच करने की आवश्यकता है
इसके बेटे के पाकिस्तानी लिंक की भी जाँच होनी चाहिए जो एयर फ़ोर्स में है अखलाक कुछ दिन पाकिस्तान में रहकर आया था ..
और यूपी सरकार इस बात की जानकारी नहीं होने की बात कह रही है… हो सकता है ….वह जान बूझकर छिपा रही हो..
कुछ तो दाल में काला अवश्य है … नहीं तो इतने सारे देशद्रोही एक साथ छाती नहीं पीटते”
पाकिस्तान में ढाई महीने रहकर ISI की दुआ ले आया था ( इकलाख)
जिस इकलाख की हत्या को लेकर सेक्युलर, कांग्रेस और वामपंथियों में हाहाकार मचा है, वे जरा इकलाख के बैकग्राउंड में बारे में भी जानकारी रख लें। राष्ट्रद्रोह की मंशा रखे हुए थोड़ा सा मौका मिला नहीं कि देश में बारूदी सुरंग बिछाने लग जाते हैं ये कम्युनिष्ट और सेक्युलर प्रजाति।
इकलाख के संदर्भ में नया खुलासा आया है कि वह पाकिस्तान गया था, और यह कहकर गया था कि उसकी वहां मौसी रहती है, वहां उसने ढाई महीने का समय बिताया। वापस भारत आने के बाद इकलाख मस्जिद पर सभाएं करने लगा था। मीडिया और स्थानीय शासन द्वारा जिस विशाल को इकलाख की वध का दोषी माना गया है उसके पिता भाजपा नेता संजय राणा, इकलाख के भाई “जान मोहम्मद” का बचपन का दोस्त है।
संजय की शादी में जान मोहम्मद और इकलाख ने पूरा सहयोग किया था वही संजय राणा ने इकलाख की बेटी की शादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, राणा ने धन से भी सहयोग किया था। लेकिन जब इकलाख ढाई महीने पाकिस्तान रहकर आया, उसके बाद उसका व्यवहार अपने हिन्दू दोस्तों और पड़ोसियों के साथ बिल्कुल ही बदल गया था।
वह मस्जिद पर सभाएं करने लगा और हिन्दुओं के प्रति नफरत फैलाने वाली बातें करने लगा। इस वजह से राणा के साथ इकलाख का मेलजोल कम हो गया था।
“अब सवाल पर आते हैं, हमारे देश में आग एक तरफ से पाकिस्तान लगा रहा है, तो दूसरे तरफ से चीन, और हमारे देश के ही कम्युनिष्ट बिरादरी उस आग को हवा देकर दोनों देशों की मंशा पूरी कर रहे हैं।
अगर इकलाख पाकिस्तान के ट्रेनिंग लेने ही गया था तो क्या वह यह बताता कि मौसी के पास नहीं आईएसआई के पास गया था। जैसा कि मीडिया , कांग्रेस और कम्युनिष्ट बिरादरी कहेगी कि पाकिस्तान चला गया तो क्या हो गया। कल वे भी पाकिस्तान जाएंगे तो उन्हें मार दिया जाएगा?”
सवाल इकलाख के पाकिस्तान जाने का नहीं है, सवाल पैदा होता है जब वह वहां से आता है और इस्लामिक कट्टरपंथ की आवाज फैलाने लगता है।
दूसरा महत्वपूर्ण सवाल यह है कि इकलाख का बेटा इंडियन एयर फोर्स में हैं, ऐसे में वह पाकिस्तानी आईएसआई के इशारे पर काम करने लगता है तो क्या गारंटी है कि इकलाख का बेटा पाकिस्तान का एजेंट नहीं बन जाएगा।
डिफेंस में जाने पर पारिवारिक पुलिस तफ्तीश कराया जाता है, यही पता लगाने के लिए कि वह उम्मीदवार का कोई आपराधिक चरित्र तो नहीं है। इकलाख की मौत से संबंधी सारी बातों को जाने बगैर “गाय के लिए मुस्लिम को मार दिया” कहकर सारी दुनिया में हंगामा फैलाने वाले सेक्युलर और कम्युनिष्टों की सोच का आकलन कीजिए। ये लोग देश के साथ क्या करने वाले हैं।
बहुसंख्यक आयोग,भारत सर्कार से मांग करता है की नीचे लिखे बिन्दुओ की निष्पक्ष जाँच अपनी एजेंसियो से करवाए, ताकि इन देशद्रोहियो का सच सामने लाया जा सके।
1.हिन्दू बहुल इलाके में अलप संख्यक ने गऊ के बछड़े का अपहरण करके, हत्या की साजिश जान बुझ के क्यों की?
2.राहुल यादव के ऊपर जो अवैध हत्यारों से गोलियां चलाई गई,इसको उ.प.सरकार, मीडिया ने क्यों छुपाया। उसकी जानकारी समाज को क्यों नहीं दी?
3.इखलाक के परिवार वालोँ पर सर्कार ने इनाम और पैसे की झड़िया लगा दी, और राहुल यादव के परिवार को कुछ नहीं दिया?
4.इख़लाक़ के पास अवैध हत्यार कहा से आए? उस ने उन हत्यारों से कहाँ कहाँ आतंकवादी घटना को अंजाम दिया था? और अगली घटना को कहाँ अंजाम देना था?
5.अख़लाक़ के बेटे के पाकिस्तान ISI से संबंध?
6.जो लोग लेखक, इनाम वापिस कर के देश की पुरे विशव में इज्जत उछाल रहे है, इनकी भी इतिहास की जाँच करवाई जाये की इनके सम्बन्ध कौन सी देश द्रोही शक्तिओ से है?
बहुसंख्यक आयोग सोसाइटी, भारत।
( Hindustan must be hindu rastra webpage , we have no resources to verify it )

Filed in: Articles, संस्कृति

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